पाइल्स का इलाज ग्रेड के अनुसार: क्या आपकी बवासीर ग्रेड 1, 2, 3, या 4 है? जानिए सही इलाज।
परिचय: शर्म और डर को छोड़कर, सही जानकारी को चुनें
बवासीर (Piles या Hemorrhoids) एक ऐसी आम समस्या है जिससे लाखों लोग पीड़ित हैं, फिर भी ‘शर्म’ या ‘झिझक’ के कारण वे इस बारे में खुलकर बात नहीं कर पाते। कई मरीज़ सालों तक दर्द और तकलीफ सहते रहते हैं, सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्हें पारंपरिक दर्दनाक सर्जरी का डर होता है।
अक्सर मरीज़ इस उलझन में रहते हैं कि उनके किसी दोस्त को बवासीर सिर्फ दवा से ठीक हो गई, जबकि डॉक्टर उन्हें सर्जरी की सलाह दे रहे हैं।
इस भ्रम का एक ही जवाब है: “हर बवासीर एक जैसी नहीं होती।”
एक विशेषज्ञ लेप्रोस्कोपिक और लेज़र सर्जन के तौर पर, मैं (डॉ. शुभम गुप्ता) आपको बताना चाहता हूँ कि पाइल्स का इलाज उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है। मेडिकल भाषा में, हम इस गंभीरता को ‘ग्रेड’ (Grades of Piles) में बाँटते हैं। जो इलाज ग्रेड 1 पर काम करता है, वह ग्रेड 4 पर पूरी तरह बेअसर होता है।
आइए, बवासीर के इन 4 ग्रेड्स को विस्तार से समझें और जानें कि हर ग्रेड के लिए सही इलाज क्या है।
ग्रेड 1 बवासीर: शुरुआती अवस्था (सिर्फ दवा और जीवनशैली में बदलाव)
लक्षण (Symptoms):
ग्रेड 1 बवासीर पूरी तरह से आंतरिक होती है। मरीज़ को बाहर कोई मस्सा या गांठ महसूस नहीं होती।
- पहचान: इसका सबसे आम लक्षण मल त्याग (bowel movement) के बाद टॉयलेट पेपर पर खून के हल्के धब्बे या टॉयलेट पॉट में खून की कुछ बूँदें दिखना है।
- दर्द: आमतौर पर इसमें दर्द नहीं होता है। मरीज़ को सिर्फ हल्की असुविधा या खुजली महसूस हो सकती है।
- भ्रम: चूँकि कोई गांठ महसूस नहीं होती, इसलिए लोग अक्सर इसे कब्ज़ की सामान्य समस्या समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
इलाज (Treatment):
यह वह चरण है जहाँ सर्जरी की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं होती।
- जीवनशैली: पाइल्स का इलाज यहाँ से शुरू होता है। मरीज़ को कब्ज़ तोड़ने पर ध्यान देना चाहिए। अपने आहार में फाइबर (फल, सलाद, साबुत अनाज) की मात्रा बढ़ाएँ।
- पानी: दिन में 8-10 गिलास पानी पिएं।
- दवा: डॉक्टर कब्ज़ से राहत के लिए कुछ स्टूल सॉफ्टनर (Stool Softeners) और लक्षणों को कम करने के लिए क्रीम (Anesthetic Creams) दे सकते हैं।
ग्रेड 2 बवासीर: समस्या जब बढ़ने लगे (जीवनशैली और माइनर प्रोसीजर)
लक्षण (Symptoms):
यह ग्रेड 1 का अगला चरण है, जहाँ लक्षण थोड़े ज़्यादा स्पष्ट हो जाते हैं।
- पहचान: मल त्याग के दौरान ज़ोर लगाने पर मस्से (lumps) बाहर आ जाते हैं, लेकिन मल त्याग के बाद वे अपने आप वापस अंदर चले जाते हैं।
- दर्द और रक्तस्राव: ग्रेड 1 की तुलना में रक्तस्राव और खुजली ज़्यादा हो सकती है। कुछ मरीज़ों को हल्का दर्द भी महसूस होने लगता है।
इलाज (Treatment):
इस चरण में भी, पहला ज़ोर जीवनशैली में बदलाव पर ही होता है।
- मेडिकल मैनेजमेंट: यदि दवा और आहार परिवर्तन से राहत नहीं मिलती है, और लक्षण बार-बार परेशान करते हैं, तो सर्जरी की तरफ बढ़ा जा सकता है।
- न्यूनतम इनवेसिव (Minimally Invasive): यह वह चरण है जहाँ पारंपरिक सर्जरी की ज़रूरत नहीं होती। लेज़र पाइल्स सर्जरी जैसे विकल्प यहाँ बहुत प्रभावी हो सकते हैं, जो बिना किसी बड़े कट या टांके के समस्या को ठीक कर देते हैं। मरीज़ को दर्द नहीं होता और वह जल्दी ठीक हो जाता है।
ग्रेड 3 बवासीर: जब सर्जरी ज़रूरी हो जाए (लेज़र और स्टेपलर सर्जरी)
लक्षण (Symptoms):
यह वह चरण है जहाँ मरीज़ सबसे ज़्यादा परेशान होने लगते हैं और डॉक्टर के पास आते हैं।
- पहचान: मल त्याग के दौरान मस्से बाहर आते हैं, लेकिन वे अपने आप वापस अंदर नहीं जाते। मरीज़ को उन्हें उंगली से धक्का देकर मैन्युअल रूप से अंदर करना पड़ता है।
- दर्द और रक्तस्राव: इस ग्रेड में दर्द, खुजली और रक्तस्राव काफी बढ़ जाता है। मरीज़ को बैठने में लगातार असुविधा महसूस होती है।
- शर्म: यह वह चरण है जहाँ मरीज़ की शर्मिंदगी चरम पर होती है, क्योंकि उसे मैन्युअल रूप से मस्सों को अंदर करना पड़ता है।
इलाज (Treatment):
ग्रेड 3 में, दवाएं या क्रीम सिर्फ अस्थायी राहत दे सकती हैं, वे बीमारी को ठीक नहीं कर सकतीं।
- सर्जरी अनिवार्य: इस ग्रेड में स्थायी पाइल्स का इलाज केवल सर्जरी है।
- डर का समाधान: यहीं पर मरीज़ का सर्जरी का डर सामने आता है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि पारंपरिक दर्दनाक सर्जरी (Open Surgery) अब पुरानी हो चुकी है।
- आधुनिक विकल्प: ग्रेड 3 के लिए लेज़र पाइल्स सर्जरी (Laser Piles Surgery) और स्टेपलर सर्जरी (Stapler Surgery) सबसे बेहतरीन विकल्प हैं।
- लेज़र सर्जरी: इसमें बिना किसी कट या टांके के, लेज़र ऊर्जा से मस्सों को अंदर से सिकोड़ दिया जाता है। रिकवरी बहुत तेज़ होती है और दर्द लगभग न के बराबर होता है।
- स्टेपलर सर्जरी: यह भी एक उन्नत तकनीक है जिसमें एक विशेष ‘स्टेपलर गन’ का उपयोग करके आंतरिक पाइल्स को काटा और सील कर दिया जाता है।
ग्रेड 4 बवासीर: गंभीर और आपातकालीन स्थिति (तत्काल सर्जरी)
लक्षण (Symptoms):
यह बवासीर की सबसे गंभीर अवस्था है।
- पहचान: मस्से स्थायी रूप से गुदा के बाहर लटके रहते हैं (Prolapsed Hemorrhoids)। उन्हें मैन्युअल रूप से अंदर नहीं किया जा सकता।
- गंभीर जोखिम: इस चरण में, मस्सों के अंदर खून का थक्का (Thrombosis) जम सकता है, जिससे असहनीय दर्द होता है। कभी-कभी मस्सों में रक्त की आपूर्ति रुक (Strangulation) सकती है, जिससे गैंग्रीन (Gangrene) का खतरा पैदा हो जाता है। यह एक मेडिकल इमरजेंसी है।
इलाज (Treatment):
ग्रेड 4 में तत्काल सर्जिकल हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।
- तत्काल इलाज: मरीज़ को तुरंत अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत होती है।
- सर्जरी का विकल्प: लेज़र पाइल्स सर्जरी ग्रेड 4 की जटिलताओं को संभालने में भी बेहद कारगर है। यह सर्जन को सटीक नियंत्रण देता है, रक्तस्राव कम करता है और मरीज़ को उस असहनीय दर्द से तुरंत राहत दिलाता है।
निष्कर्ष: सही ग्रेडिंग ही सही इलाज की कुंजी है
जैसा कि आपने देखा, बवासीर के ग्रेड 1 से 4 तक बहुत भिन्न होते हैं, और उनका इलाज भी उतना ही अलग होता है। ग्रेड 1 के मरीज़ को सर्जरी की सलाह देना उतना ही गलत है जितना ग्रेड 3 के मरीज़ को सिर्फ क्रीम और दवा पर रखना।
सही इलाज का पहला कदम सही निदान (Diagnosis) है। यदि आप शर्म या डर के कारण डॉक्टर के पास जाने से बच रहे हैं, तो आप अपनी स्थिति को ग्रेड 1 से ग्रेड 3 या 4 तक बिगड़ने का समय दे रहे हैं।
एक विशेषज्ञ सर्जन ही आपकी स्थिति का सही आकलन कर सकता है।
शर्मिंदगी में और दर्द न सहें। अपनी स्थिति को और गंभीर न होने दें।
ग्वालियर में, अपनी पाइल्स की सही ग्रेडिंग और उसके सबसे आधुनिक और दर्द रहित पाइल्स का इलाज (जैसे लेज़र पाइल्स सर्जरी) के बारे में जानने के लिए, आज ही डॉ. शुभम गुप्ता से परामर्श के लिए अपॉइंटमेंट बुक करें।