बवासीर, जिसे पाइल्स भी कहा जाता है, गुदा या मलाशय के आसपास की नसों की सूजन होती है। यह एक आम समस्या है जो विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे कि लंबे समय तक कब्ज, भारी वजन उठाना, गर्भावस्था, या आनुवंशिकी। बवासीर के दो प्रकार होते हैं: आंतरिक बवासीर, जो मलाशय के अंदर होता है, और बाहरी बवासीर, जो मलाशय के बाहरी भाग में होता है। इस आर्टिकल में हम बवासीर के लक्षणों, निदान, और इसके पता लगाने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
बवासीर के लक्षण
बवासीर के लक्षण इसके प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करते हैं। आम लक्षणों में शामिल हैं:
- खून आना: मल त्याग के समय ताजा लाल रंग का खून आना।
- दर्द और असहजता: बैठने या मल त्याग के समय गुदा में दर्द या असहजता महसूस होना।
- सूजन और खुजली: गुदा के आसपास सूजन और खुजली होना।
- मलाशय से बाहर निकलना: विशेषकर आंतरिक बवासीर के मामले में, मलाशय से ऊतकों का बाहर निकलना।
बवासीर का निदान
बवासीर का निदान आमतौर पर लक्षणों के आधार पर और चिकित्सक द्वारा शारीरिक परीक्षण के माध्यम से किया जाता है। डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षणों की सिफारिश कर सकते हैं:
- डिजिटल रेक्टल परीक्षण (DRE): इस परीक्षण में, डॉक्टर दस्ताने पहनकर और लुब्रिकेंट लगाकर अपनी उंगली गुदा में डालते हैं ताकि असामान्यताओं का पता लगाया जा सके।
- एनोस्कोपी: एनोस्कोपी में, एक छोटे कैमरे से लैस एक उपकरण का उपयोग करके गुदा और निचले मलाशय का निरीक्षण किया जाता है।
- कोलोनोस्कोपी: यदि डॉक्टर को लगता है कि खून आने का कारण अधिक गंभीर हो सकता है, तो वे कोलोनोस्कोपी की सिफारिश कर सकते हैं, जिसमें पूरे बृहदान्त्र का निरीक्षण किया जाता है।
बवासीर का पता लगाने के तरीके
यदि आपको बवासीर के लक्षणों का अनुभव होता है, तो आपको तुरंत एक चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। शुरुआती निदान और उपचार से लक्षणों में सुधार हो सकता है और जटिलताओं को रोका जा सकता है।
बवासीर एक दर्दनाक और असहज स्थिति हो सकती है, लेकिन उचित निदान और उपचार से इसे प्रबंधित किया जा सकता है। यदि आपको बवासीर के लक्षणों का अनुभव होता है, तो जल्द से जल्द चिकित्सकीय सलाह लेना महत्वपूर्ण है। स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम जैसी जीवनशैली में सुधार बवासीर के जोखिम को कम कर सकते हैं।