पाइल्स, जिसे बवासीर भी कहा जाता है, एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो गुदा और मलाशय के आसपास की नसों की सूजन और फैलाव के कारण होती है। यह स्थिति अत्यधिक दर्दनाक हो सकती है, खासकर मल त्याग के समय। पाइल्स कई कारणों से हो सकता है और इसकी गंभीरता व्यक्ति के जीवनशैली और स्वास्थ्य स्थितियों पर निर्भर करती है। इस आर्टिकल में हम पाइल्स होने के मुख्य कारणों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
पाइल्स होने के मुख्य कारण
- कब्ज: नियमित रूप से कब्ज का सामना करना पाइल्स का सबसे आम कारण है। कब्ज के कारण मल त्याग के समय अधिक जोर लगाना पड़ता है, जिससे गुदा और मलाशय के आसपास की नसें दबाव में आ जाती हैं और सूजन हो जाती हैं।
- भारी वजन उठाना: भारी वस्तुओं को उठाने से पेट पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे गुदा और मलाशय के आसपास की नसों पर भी दबाव पड़ता है। यह दबाव पाइल्स के विकास को बढ़ावा दे सकता है।
- गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान, गर्भाशय का बढ़ता आकार पेल्विक नसों पर दबाव डाल सकता है, जिससे पाइल्स होने का खतरा बढ़ जाता है।
- अधिक समय तक बैठना या खड़े रहना: लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने या खड़े रहने से भी पाइल्स हो सकता है क्योंकि इससे निचले हिस्से में रक्त का प्रवाह बाधित होता है।
- मोटापा: अधिक वजन होने से पेल्विक और गुदा क्षेत्र पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स होने की संभावना बढ़ जाती है।
- आनुवंशिकी: कुछ मामलों में, पाइल्स आनुवंशिक होता है, जिसका मतलब है कि यदि आपके परिवार में किसी को पाइल्स की समस्या रही है, तो आपके पाइल्स होने की संभावना अधिक हो सकती है।
पाइल्स एक दर्दनाक और असहज स्थिति हो सकती है, लेकिन उचित जीवनशैली और आहार संबंधी परिवर्तनों के माध्यम से इसके जोखिम को कम किया जा सकता है। कब्ज से बचने, भारी वजन न उठाने, स्वस्थ वजन बनाए रखने, और नियमित व्यायाम करने से पाइल्स के विकास की संभावना कम हो सकती है। यदि आपको पाइल्स के लक्षणों का अनुभव होता है, तो जल्द से जल्द चिकित्सकीय सलाह लेना महत्वपूर्ण है।